Connect with us

news

Amritsar : Interfaith Conference

Published

on

Dr. BK Binny participated in the Interfaith World Peace Conference organized at the Amritsar Golden Temple for the 550th Birth Anniversary of Shri Guru Nanak Dev in historic Diwan Hall.

Dr. BK Binny addressed the conference and was also honored by the President of the Shiromani Gurudwara Committee at the Interfaith World Peace Conference.

LIVE

Inauguration of Dadi Chandramani Global Peace Auditorium

Published

on

By

पाकिस्तान को जाने वाली बाघा रोड पर स्थित विश्व शांति सरोवर सेवाकेंद्र पर दादी चंद्रमणी वर्ल्ड पीस हॉल का उद्घाटन किया गया।  यह उद्घाटन  राजयोगिनी जयंती दीदी जी अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका  के कर कमलो से किया गया। यह हॉल दादी चंद्रमणी जी की स्मृति में बनाया गया है जिसकी कैपेसिटी 1500 चेयर्स से अधिक है। इस  उद्घाटन  में अमृतसर की जानी मानी हस्तियों की उपस्थिति में दीप जलाकर किया गया।
                     राजयोगिनी जयंती दीदी जी ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अमृतसर भूमि तपस्या भूमि है जिस  पर हमारी सभी  दादियों ने योग तपस्या की है । विशेष तौर पर हमारी दादी चंद्रमणी जी ने तपस्या की।  यह भूमि दादी की श्रेष्ट कर्म भूमि भी है। इसलिए  दादी चंद्रमणी जी की स्मृति में यह भव्य दादी चंदरमणी वर्ल्ड पीस हॉल का निर्माण किया गया है।
  पंजाब जोन  प्रभारी राजयोगिनी उत्तरा दीदी ने भी अपनी शुभकामनाये देते हुए कहा कि आज बहुत ही ख़ुशी हो रही है दादी चंद्रमणी जी से हमने बहुत पलना ली उस दादी की यादगार में इस भव्य हॉल का  उद्धघाटन हो रहा है।निश्चय ही यह हॉल आगे चलकर बहुत सेवाएं करेगा  यह सोचकर मेरा  मन गद गद हो रहा है।
                        ब्रह्माकुमारी आदर्श बहन, प्रभारी अमृतसर सेवाकेंद्र ने अपनी शुभकामनाये देते हुए कहा कि हमारा बहुत बड़ा भाग्य है कि दादियों की कर्म भूमि पर हमें सेवा करने का भाग्य मिला है साथ साथ सभी मेहमानों का स्वागत  किया एवं सभी का आभार भी  प्रकट किया। मंच का कुशल संचालन बी.के. सुनीता बहन ने किया।
                        पानीपत से पधारें भ्राता भारत भूषण जी, नेशनल कोऑर्डिनेटर, साइंटिस्ट एंड इंजीनियर विंग ने अपनी शुभकामनाये देते हुए कहा कि दादी चंदरमणी जी का शुद्ध संकल्प था कि मैन रोड पर बड़ा  हॉल होना चाहिए तो आज दादी जी का यह संकल्प पूरा हुआ।  अभी अमृतसर वासी इस हॉल के द्वारा हजारों आत्माओं  का हाल ठीक करने  के निमित्त बनेगें।  अर्थात अनेक आत्माओं को सुख शांति के निमित्त बनेगें।
                       कार्यक्रम के अंत  में शहर के जानी मानी हस्तियों ने जयंती बहन जी को शाल और गुलदस्ता देकर उनका सम्मान किया।  जिनमें अकाल तखत अमृतसर के जत्थेदार ग्यानी गुरबचन सिंह, जाने माने समाज सेवक डॉ  कमल डालमिआ, श्रीमती स्वराज ग्रोवर, डॉ राजीव देवगन प्रिंसिपल सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर,सरदार  दिलबाग़ सिंह अध्यक्ष मार्किट समिति,  शिखा सरीन भुतपूर्व अध्यक्ष फिक्की फ्लो शामिल रहे।
Continue Reading

news

Amrtisar-Guru Nanak Dev anniversary

Published

on

By

Members of sikh community came to Ashram in Amritsar to request Adarsh Behan ji, incharge,Amritsar circle to bless the procession taken out from Bhai Vir Singh hall to Golden Temple, Amritsar on 27.11.2023.
She first presented Siropas.
Continue Reading

news

अमृतसर : श्रीमद्भागवत गीतासार -मनुष्य जीवनका आधार

Published

on

By

“गीता माता है जिस ने हर धर्म रूपी बच्चे को अमृत पिलाया है।कर्म में करुणाभाव को लाना,श्रेष्ठ कर्म करना यही गीता
ज्ञान का सार है” उपरोक्त महा वाक्य आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी उषा बहन जी ने जो कि प्रजापिता
ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान में वरिष्ठ राजयोग प्रवक्ता हैं जी ने फ़ोर एस.
मार्डन हाई स्कूल के आर्डीटोरियम में विशाल जन समूह को संबोधित करते हुऐ कहे प्रजापिता ब्रह्माकुमारीस ईश्वरीय
विश्व विद्यालय अमृतसर की ओर से किये जा रहे “गीता सार- जीवन का आधार' नामक संगोष्ठी “ में कहे।ब्रह्मा कुमारी
उषा बहन जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता मनुष्य मात्र की माँ है। जैसे माँ आपने हर बच्चे की रक्षा करती इसी प्रकार
श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान मनुष्य मात्र को संसाारिक परिस्थितियों से,अपने संस्कारों, अपनी पुरानी आदतों पर कैस
विजय प्राप्त करनी है सिखाता है।हर धर्म के शास्त्र का किसी न किसी रूप से गीता का जुड़ाव है।उन्होंने बताया कि
भागवद् गीता में 6 चैपटर ज्ञान योग,6 चैपटर कर्म योग तथा 6 चैपटर भक्ति योग के है। हर धर्म पिता ने इन्हीं किसी एक
चैपटर से आपने अनुसार मानव कल्याण के लिए उठा लिया है मनुष्य की आज संसार में महाभारत जैसी स्थिति हर
मानव की हो गयी है इसलिए भगवान ने केवल एक अर्जुन को ही गीता ज्ञान नहीं सुनाया परन्तु ईश्वर ने दुनियाँ में हर
अर्जुन अर्थात् हर मनुष्य मात्र को, जिस की भगवान से प्रीत है उसको इस दुनियाँ में कैसे चलना है, अपने संस्कारों, अपनी
पुरानी आदतों पर कैसे विजय प्राप्त करनी है सिखाता है ।दुर्योधन को अर्थात् जो अंहकारी व्यक्ति हैं उसको भगवान नहीं
सिखाता है।लेकिन भगवान की जिस से प्रीत बुद्धि है उन को ही ईश्वर पिता सिखाता हैअर्थात् इस कर्म क्षेत्र रूपी युद्ध में
विजय कैसे प्राप्त करें । इस लिए आज के युग में श्रीमद्भागवत गीता का महत्व बहुत बढ़ गया है। परन्तु उस श्रीमद्भागवत
गीता को हम समझने की आवश्यकता है ।उषा वहन ने बताया कि कर्म में श्रेष्ठ भाव को लाना यही गीता का सार
है।सम्मेलन शुरू होने से पहले मेयर करमजीत सिंह रिटू, डा० जसजीत शाशी,ओरी हास्पीटल से डा० रीणा ओरी, डा०
ओंकार सिंह, किरण जेतली,डा० शारदा अदलखा, राजेन्द्र मोहन सिंह शीना, पूर्व मेयर बख्शी राम आरोडा आदि विशेष
महानुभावों ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का बिधिवत शुभारम्भ किया तथा वी. के.उषा बहन जी का गुलदस्तों से
सम्मानित किया।

Continue Reading

Brahma Kumaris Amritsar